यदि आप अपने काम मे शिघ्र ही सफल होना चाहते है और सफलता के शिखर पर पहुचना चाहते हैं तो अपने भीतर की चिन्गारी को जलाये रखना कभी उसे ठंडी न होने देना भीतर की आग जलाये रखने का अर्थ यह है कि अपने उद्देश्य को कभी ओझल न होने देना ,अपना आत्म विश्वास खोने न देना उसको पाने के लिए मन में तड़पन होना चाहिए कि अगर आप उससे दूर जा भी रहे हैं गलती से । जैसे मात्र उदाहरण के लिए – एक प्रेमी जब किसी लड़की से प्यार करता है तो उससे दूर उसे कोई करता है तो वह तड़पने लगता है एक पल भी उससे रहा नही जा सकता एक माँ बेटे कि तरह अगर माँ का लाडला दूर होने लगता है तो माँ को बहुत दर्द होता है कि मेरा लाडला मेरे पास ही रहे उसी तरह अपने काम के प्रति इतना लगाव होना चाहिए कि वह उससे तनिक भी दूर हो तो उसे ऐसा लगने चाहिए कि । तो फिर आप की उस चिंगारी को कोई नही बुझा सकता चाहे वह आपके अंदर का भय ही क्यों ना हो तो वह भी कुछ नही कर सकता ।
“आप जितना ज्यादा सोचेंगे उससे अधिक पाएंगे”
बस अपने दिल मे इस आग को जलाये रखे ।बुझने न दे नही तो आप सफल नही हो पाएंगे । जिस खिलाड़ी के मन मे जीत की भावना ही नही वह कैसा खिलाड़ी है किसी ने कहा है कि –
अपने उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आप जिस सुनहरे अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं वह आज का समय ही है ।
इसलिए आज से ही अपने काम के प्रति समर्पित हो जाये । किसी ने बड़ा सुंदर कहा है –
कैलाश झुकायेगा माथा , तुम कदम बढ़ाकर तो देखो ।अपनी ढिलमिल आशाओं को , विश्वास बनाकर तो देखो ।
लक्ष्य न ओझल होने पाए कदम मिलाकर चल ।
सफलता तेरे कदम चूमेगी , आज नही तो कल ।।